जेतना हो सके सबके खाना खिला के तू देखा। जेतना हो सके सबके खाना खिला के तू देखा।
भूख ना लगती प्यास सिर्फ पहली मुलाकात की मल्लिका की अदा याद।। भूख ना लगती प्यास सिर्फ पहली मुलाकात की मल्लिका की अदा याद।।
इस चार दिन की जिंदगी में, हमने बहुत रंग देखे हैं....!! इस चार दिन की जिंदगी में, हमने बहुत रंग देखे हैं....!!
कि तेरा वैभव अमर रहे माँ हम दिन चार रहे न रहे। कि तेरा वैभव अमर रहे माँ हम दिन चार रहे न रहे।
पर्वतों सा दर्द में कुछ खुश हमें भी कर जाना। पर्वतों सा दर्द में कुछ खुश हमें भी कर जाना।
ये ज़िन्दगी खड़ी है केवल चार पादानो पर पहली पायदान है - शैशवास्था दूसरी है ,, क ये ज़िन्दगी खड़ी है केवल चार पादानो पर पहली पायदान है - शैशवास्था ...